2.5 लाख की रिश्वत लेते हुए दिल्ली पुलिस का दारोगा रंगे हाथ पकड़ा गया, CBI की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर राहुल मलिक को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 2.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है. रिश्वत मुंबई, तमिलनाडु और दिल्ली में स्थित कई ऑपरेटरों से पहुंचाई गई थी. एक टूर एंड ट्रैवल्स व्यवसायी की शिकायत के बाद CBI ने छापा मारा और रिश्वत लेने के मामले में अरेस्ट किया है. आरोपी पर पहले भी कई बार रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे. राहुल मलिक रोहिणी स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था.
दिल्ली के रोहिणी स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के तहत इस मामले में जांच चल रही थी. आरोप है कि आरोपी ने शिकायतकर्ता के साले को नोटिस जारी किया था, जो जांच में शामिल हुआ था. जब वे जांच के लिए उपस्थित हुए, तो पुलिस ने कथित तौर पर उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी. 19 मार्च को सीबीआई ने एक जाल बिछाया, जिसमें हवाला ऑपरेटर ने मुंबई, इरोड (तमिलनाडु) और नई दिल्ली स्थित हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से अलग-अलग भुगतान के रूप में 2.5 लाख रुपए की रिश्वत ली.
सीबीआई ने रंगे हाथ पकड़ा
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने आरोपी को बुधवार को दिल्ली में गिरफ्तार किया और गुरुवार को उसे दिल्ली की एक अदालत में विशेष सीबीआई न्यायाधीश के समक्ष पेश किया. हालांकि आरोपी को ट्रांजिट रिमांड दे दिया गया है और उसे शुक्रवार को मुंबई में सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा.
गिरफ्तार करने की दी थी धमकी
एजेंसी के अनुसार, शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि 7 मार्च को आरोपी नवी मुंबई स्थित शिकायतकर्ता के आवास पर आए और मामले से नाम हटाने के लिए 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. रिश्वत नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी. 8 मार्च को आरोपी ने शिकायतकर्ता को मुंबई के एक होटल में मिलने के लिए बुलाया था. जब शिकायतकर्ता होटल में उससे मिला तो आरोपी ने फिर से शिकायतकर्ता को धमकाते हुए रिश्वत की मांग की थी.
सीबीआई कर रही जांच
सीबीआई जांच से पता चला कि बातचीत के बाद आरोपी 14 लाख रुपए की रिश्वत लेने पर सहमत हो गया और उसने शिकायतकर्ता से कहा कि वह उन लोगों का विवरण साझा करेगा जिन्हें रिश्वत दी जानी है. आगे की कार्यवाही के दौरान शिकायतकर्ता को हवाला टोकन नंबर का विवरण प्राप्त हुआ. मामले में सीबीआई आगे की जांच कर रही है.